Wednesday, 13 June 2012

HINDI POEM -26 (NEW) AAJ FIR VO MAUSAMNAAYA HAI

AAJ FIR VO MAUSAM AAYA HAI--A HINDI SONG Jul 26 2008  | Views 729 |  Comments  (23)  | Report Abuse Tags: a song in hindustani   आज फिर वह मौसम आया है-एक गीत   बागों में आई बहारें फिर, आसमान पे बादल छाया है; उस सावन की यादे ले के, आज फिर वह मौसम आया है.---- २ आज गुजरे जब उन राहों से, वही गीत पुराना याद आया है, उस सावन की यादे ले के, आज फिर वह मौसम आया है.---- २ उसने देखा जब झरोखे से, वही प्यार उमड के आया है, उस सावन की यादे ले के, आज फिर वह मौसम आया है.---- २ कोयल की कुह कुह कर के फिर कुछ उसने हमे समझाया है, उस सावन की यादे ले के, आज फिर वह मौसम आया है.---- २ फिर'सुनिए जी, ओ सुनिए जी,' ज्यों कह के हमे बुलाया है, उस सावन की यादे ले के, आज फिर वह मौसम आया है.---- २ कुछ बहके बहके कदम मेरे, मन उसका भी मचलाया है, उस सावन की यादे ले के, आज फिर वह मौसम आया है.---- २ "राजी" खेल वही खेलेंगे हम, चाहे उम्र ने अंकुश लगाया है, उस सावन की यादे ले के, आज फिर वह मौसम आया है.---- २ © rajee kushwaha., all rights reserved. Bookmark this pageEdit this blog

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