KAAM YABI KI KUNJI
इस दुनिया में ए-दोस्त मेरे, दो क़िस्म के लोग होते हैं,
एक दूजों को रूलाते है, दूजे हरदम ख़ुद ही रोते हैं ।
रोने वाले इस जीवन में कुछ नहीं कभी कर पाते हैं,
कामयाबी उन्हे मिलती जो दूजों को ख़ूब रूलाते है।
यही है सार इस जीवन का, यही एक नग्न सच्चाई है;
गाए तो है कई गीत "राज़ी", धुन अब समझ में आई है
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